एरीज़ फर्टिमैक्स सीएन एक प्रीमियम ग्रेड कैल्शियम नाइट्रेट पाउडर उर्वरक है जिसे पूरी तरह से पानी में घुलनशील रूप में आवश्यक नाइट्रेट नाइट्रोजन और कैल्शियम की आपूर्ति के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कई तरह की फसलों में मजबूत जड़ वृद्धि, कोशिका भित्ति विकास और बेहतर फल दृढ़ता का समर्थन करता है।
इसका नाइट्रेट-आधारित नाइट्रोजन तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित करता है, जबकि उच्च कैल्शियम सामग्री टमाटर में ब्लॉसम एंड रॉट और सेब में बिटर पिट जैसे शारीरिक विकारों को कम करती है। पत्तियों पर छिड़काव और फर्टिगेशन सिस्टम के लिए आदर्श।
मुख्य लाभ
- ✔ 15.5% कुल नाइट्रोजन: इसमें 14.5% आसानी से उपलब्ध नाइट्रेट नाइट्रोजन शामिल है
- ✔ 18.5% जल में घुलनशील कैल्शियम: कोशिका भित्ति की मजबूती और फलों की गुणवत्ता में सुधार करता है
- ✔ पोषक तत्वों का तेजी से अवशोषण: नाइट्रोजन और कैल्शियम की कमी के त्वरित सुधार के लिए आदर्श
- ✔ कम अघुलनशील पदार्थ (≤ 1.5%): ड्रिप और पर्ण प्रणालियों में अवरोध मुक्त अनुप्रयोग सुनिश्चित करता है
- ✔ विकारों को रोकता है: कैल्शियम की कमी वाली फसलों में फूल के अंत में सड़न, कड़वे गड्ढे और पत्ती के धब्बे को नियंत्रित करता है
संघटन
अवयव | वजन के अनुसार प्रतिशत |
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कुल नाइट्रोजन (अमोनियाकल + नाइट्रेट) | 15.5% |
नाइट्रेट नाइट्रोजन (N के रूप में) | 14.5% |
जल में घुलनशील कैल्शियम (Ca के रूप में) | 18.5% |
जल-अघुलनशील पदार्थ | ≤ 1.5% |
उपयोग संबंधी दिशानिर्देश
- अनुशंसित खुराक: 4 ग्राम प्रति लीटर पानी
- आवेदन अंतराल: रोपाई के 1 महीने बाद 10-दिन के अंतराल पर दो बार
- विधि: सर्वोत्तम परिणामों के लिए पत्तियों पर छिड़काव या फर्टिगेशन के माध्यम से प्रयोग करें
- सावधानी: फॉस्फेट या सल्फेट आधारित उर्वरकों के साथ मिश्रण से बचें
के लिए उपयुक्त
- ✔ सब्जियाँ – टमाटर, मिर्च, बैंगन, खीरा
- ✔ फल – केला, सेब, खट्टे फल, अंगूर
- ✔ बागान फसलें – चाय, कॉफी, कोको
- ✔ सजावटी और पुष्पकृषि – गेंदा, गुलाब, जरबेरा
- ✔ खेत की फसलें – कपास, गन्ना, दालें
भंडारण और हैंडलिंग निर्देश
- नमी और सीधी धूप से दूर, ठंडी, सूखी जगह पर रखें
- गांठ बनने से रोकने के लिए प्रत्येक उपयोग के बाद पैक को कसकर बंद कर दें
- सुरक्षा के लिए काम करते समय दस्ताने और मास्क पहनें
- बच्चों, जानवरों और खाद्य पदार्थों से दूर रखें
अस्वीकरण: हमेशा उत्पाद लेबल पढ़ें और फसल की आवश्यकताओं के अनुसार खुराक का पालन करें। अधिकतम लाभ के लिए, मिट्टी की स्थिति और फसल के प्रकार के आधार पर कृषि विज्ञानी से परामर्श करें।