आईपीएल मिल्डाउन बैसिलस सबटिलिस (2.0% एएस) के साथ तैयार किया गया एक पर्यावरण-अनुकूल जैव-कवकनाशी है, जो बीज, मिट्टी और वायुजनित फंगल रोगों के खिलाफ प्राकृतिक और टिकाऊ सुरक्षा प्रदान करता है। इसकी उच्च बीजाणु गणना इसे राइजोस्फीयर (जड़ क्षेत्र) और फाइलोस्फीयर (पत्ती की सतह) पर उपनिवेश बनाने की अनुमति देती है, जिससे फंगल और बैक्टीरियल रोगजनकों के खिलाफ एक सुरक्षात्मक बाधा बनती है। लिपोपेप्टाइड एंटीबायोटिक्स , जैसे कि इटुरिन की बहुमुखी क्रिया , लंबे समय तक चलने वाले रोग नियंत्रण को सुनिश्चित करती है, जिससे पौधे के स्वास्थ्य और लचीलेपन में सुधार करते हुए रासायनिक कवकनाशी पर निर्भरता कम होती है।
विशेष विवरण:
पैरामीटर | विवरण |
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तकनीकी नाम | बैसिलस सबटिलिस 2.0% एएस |
सूत्रीकरण | तरल जैव-कवकनाशी |
कार्रवाई की विधी | जड़ और पत्ती की सतह पर बसता है, रोगाणुओं के जुड़ाव को रोकता है, कवक के विकास को बाधित करता है |
लक्ष्यित रोग | बीज, मिट्टी और हवा से फैलने वाले फफूंद और जीवाणु जनित रोग |
अनुशंसित फसलें | तिलहन, कपास, टमाटर, मटर, सेम, दालें, प्याज, लहसुन, तुलसी, ककड़ी, आम, अंगूर, अदरक, खट्टे फल, अनाज, मक्का, सेब, अनार, आड़ू, बेर |
बीजाणु गणना | 2 × 10⁸ सीएफयू/एमएल |
आवेदन विधियाँ | मृदा अनुप्रयोग एवं पत्तियों पर छिड़काव |
पर्यावरण-हितैषी | हाँ (रासायनिक मुक्त रोग नियंत्रण) |
अवशिष्ट प्रभाव | दीर्घकालिक रोग दमन |
मुख्य विशेषताएं एवं लाभ:
- व्यापक-स्पेक्ट्रम रोग नियंत्रण - बीज, मिट्टी और वायुजनित फंगल रोगों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करता है।
- प्राकृतिक रोगज़नक़ प्रतिरोध - जड़ और पत्ती क्षेत्रों में सुरक्षात्मक कॉलोनियों का निर्माण करता है, हानिकारक रोगज़नक़ों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है।
- लिपोपेप्टाइड एंटीबायोटिक उत्पादन - इटुरिन का उत्पादन करता है, जो एक प्राकृतिक कवकनाशी के रूप में कार्य करता है, जो रोगजनक विकास को बाधित करता है।
- टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल - रासायनिक कवकनाशकों पर निर्भरता कम करता है , जैविक खेती को बढ़ावा देता है।
- सामर्थ्य के लिए उच्च बीजाणु गणना - प्रति मिलीलीटर 20 करोड़ सूक्ष्मजीवी कोशिकाएं होती हैं, जो लगातार और शक्तिशाली रोग नियंत्रण सुनिश्चित करती हैं।
- पौधों के स्वास्थ्य और उपज को बढ़ाता है - पौधों की प्रतिरक्षा को मजबूत करता है, रोग के प्रभाव को कम करता है और उत्पादकता में सुधार करता है।
- एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) के साथ संगत - जैविक और कार्बनिक खेती प्रथाओं के साथ अच्छी तरह से काम करता है।
अनुप्रयोग एवं उपयोग:
मृदा अनुप्रयोग:
- खुराक: 1 लीटर प्रति एकड़
- आवेदन कैसे करें:
- प्रति एकड़ 1 लीटर मिल्डाउन को 200 किलोग्राम गोबर की खाद/खाद के साथ मिलाएं।
- भूमि की तैयारी, बुवाई या खड़ी फसलों पर खेत में समान रूप से छिड़कें।
- बेहतर अवशोषण और जड़ उपनिवेशण के लिए प्रयोग के बाद हल्की सिंचाई करें ।
पत्तियों पर छिड़काव:
- खुराक: 1 लीटर पानी में 5 मिली
- आवेदन कैसे करें:
- 5 मिलीलीटर मिल्डाउन को प्रति लीटर पानी में अच्छी तरह मिलाएं।
- रोग के लक्षण दिखने पर पत्तियों के दोनों ओर घोल का छिड़काव करें।
- निरंतर सुरक्षा के लिए हर 7-10 दिन में प्रयोग दोहराएं ।
- रोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए न्यूनतम 2-3 बार प्रयोग की सिफारिश की जाती है।
- अधिकतम अवशोषण और प्रभावशीलता के लिए अधिकतम सूर्य प्रकाश के समय छिड़काव से बचें।